नई दिल्ली: राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि सदन से निलंबित सांसदों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है। गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि जब विपक्ष सदन का बहिष्कार ही कर रहा है तो ऐसे में धरना कैसे जारी रह सकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है और राष्ट्रपति से अगर उन्हें इस पूरे घटनाक्रम को लेकर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो विपक्ष इस लड़ाई को सड़कों पर लड़ेगा।
वहीं, राज्यसभा में मंगलवार को कांग्रेस के नेतृत्व में कई विपक्षी दलों ने आठ सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए कार्यवाही का बहिष्कार किया। सबसे पहले कांग्रेस ने कार्यवाही का बहिष्कार किया। इसके बाद आप, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्यों ने भी कार्यवाही का बहिष्कार किया। बाद में राकांपा, सपा और राजद के सदस्य भी सदन से बाहर चले गए। सभापति एम वेंकैया नायडू ने विपक्षी दलों के सदस्यों से सदन की कार्यवाही के बहिष्कार के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और चर्चा में भाग लेने की अपील की।