*लखनऊ:-*
*अगले आदेश तक बन्द किया गया पोस्टमार्टम हाउस*
*कोरोना की जाँच रिपोर्ट आने के पहले पोस्टमार्टम करवाने से सीतापुर, बाराबंकी और अयोध्या में भी संक्रमण फैलने के आसार*
*बिना कोरोना की जाँच रिपोर्ट आए अयोध्या निवासी मृत श्रमिक का करवाया था पोस्टमार्टम*
*पोस्टमार्टम हाउस में कल कुल 23 शवों का किया गया पोस्टमार्टम*
*"ये सभी शव लखनऊ सहित सीतापुर और बाराबंकी जनपद के थे, उनकी क्रियाकर्म में शामिल लोगों में भी संक्रमण फैलने की आशंका-"*
कोरोना संक्रमित 42 वर्षीय श्रमिक अयोध्या का रहने वाला था अयोध्या में भी संक्रमण फैलने की आशंका-
*ट्रेन से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक और कल पोस्टमार्टम किए गए सभी शवों के क्रियाकर्म में शामिल लोगों से कितने लोग सम्पर्क में आए यह पूरी तरह से पता लगाना कहीं न कहीं बहुत बडा चैलेंज है और यहीं से कोरोना संक्रमण का विस्तार भी हो सकता है, क्योंकि चैन तोड़ने के बजाय खुद जिम्मेदारों ने बनाई है-*
*हालांकि सीएमओ ने सफाई देते हुए कहा है"* कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने पीपीई किट समेत कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो किया था, किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई है, *लेकिन ऐसे में क्या ये लापरवाही कम है कि महाराष्ट्र के हॉटस्पॉट इलाके से आ रहे मृत श्रमिक का पोस्टमार्टम करवाया गया वो भी कोरोना जांच रिपोर्ट आने से पहले-*
सीएमओ की इस लापरवाही पर जीआरपी और सीएमओ से कोरोना प्रोटोकॉल का तहत सभी जरूरी कार्यवाही करने के साथ ही लिखित स्पष्टीकरण भी जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मांगा है और साथ ही कार्यरत डॉक्टर व अन्य कर्मियों और सम्बन्धित लोगों को क्वारन्टीन के लिए भी निर्देशित किया है, मर्चरी भी अगले आदेश तक बन्द कर दी गयी है लेकिन इस महामारी पर सीएमओ लखनऊ द्वारा की गई इतनी बड़ी लापरवाही पर जिलाधिकारी ने अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है।।