फिर भी मैं खुश हूँ.....  क्यों कि कोरोना से लड़ने की मैं प्रतिरोधक क्षमता रखता हूँ

मैं असभ्य हूँ क्योंकि....
खुले नंगे पाँवों चलता हूँ।
मैं असभ्य हूँ....
क्योंकि धूल की गोदी में पलता हूँ।
मैं असभ्य हूँ ....
क्योंकि चीरकर धरती धान उगाता हूँ।
मैं असभ्य हूँ.....
 क्योंकि ढोल पर बहुत ज़ोर से गाता हूँ।


फिर भी मैं खुश हूँ.....
 क्यों कि कोरोना से लड़ने की
मैं प्रतिरोधक क्षमता रखता हूँ ।
#HappinessIndex


गोलोक विहारी राय 


राष्ट्रीय महामंत्री


राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच