*जौनपुर, शासन के मंशा पर पानी फेर रहा आपदा विभाग*
*मैकुनिशा।
जौनपुर। गरीब तबके के लोगों जो शहर के सडक की पटरी पर छोटी दुकाने आदि करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। सरकार द्वारा उन्हे एक हजार की सहयता राशि प्रदान करने का निर्देश दिया गया था। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा सर्वे कराकर पात्रों का बड़ी संख्या में चयन कराकर उन्हे लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है।
इसके तहत अब तक आपदा विभाग से आठ हजार लोगों के खाते में रूपया भेजा जा चुका है।
इस सहायता राशि के लिए नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और एसडीएम के यहां से स्वीकृति पत्र भेजा जाता है जो सीआरओ के यहां आता है, उसके बाद आपदा में फीडिग के पश्चात रूपया लाभार्थियों के खाते में जाता है।
नगर पालिका के कर्मचारी दीपक गुप्ता ने बीते आठ मई को सैकड़ों लोगों की सूची नगर पालिका से भेजी थी। लेकिन वह सूची सीआरओ और आपदा विभाग में प्राप्त नहीं हुई।
आपदा विभाग के कर्मचारी प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि आठ मई को भेजी गयी सूची नहीं मिली है। अब नगर पालिका कर्मचारी झूठ बोल रहा है कि आपादा विभाग का कर्मचारी लेकिन तमाम लोग राहत राशि पाने से वंचित हो रहे है। जिससे उनमें निराशा व्याप्त है।
सूची में सहायता पाने वालों का कहना है कि अधिशासी अधिकारी के और शासन की मंशा पर आपदा विभाग पानी फेर रहा है। हरखपुर के हरिश्चद, राधेश्याम गौतम, जहांगीराबाद के गिरीश कुमार , मनोज कुमार कन्नौजिया, नईगंज के आरती व लालचन्द गौतम, बाजर भुवा के दिलीप कुमार आदि ने बताया कि नगर पालिका में आठ मई को सूची भेजे जाने की बात बतायी गयी लेकिन उन्हे अभी तक धनराशि नहीं मिली। अगर मिली होती तो घर गृहस्थी का कुछ सामान लेना अति आवश्यक था।