मैनपुरी पुलिस का बड़ा खुलासा, कोर्ट परिसर में हत्यारोपी ने खुद मारी थी गोली

 


इस मामले में 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और 7 पुलिसकर्मियों को जेल भेजा जा रहा है. हत्यारोपी की पत्नी सीमा को गिरफ्तार कर लिया गया है.



मैनपुरी-उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मैनपुरी (Mainpuri) जनपद न्यायालय (Court) में पेशी पर आए हत्यारोपी (Murder Accused) के पैर में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. मंगलवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी अजय कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि हत्यारोपी मनीष यादव ने खुद ही पैर में गोली मारी थी. उसके पास तक तमंचा पहुंचाने में उसकी पत्नी ने मदद की थी.


 इस मामले में 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और 7 पुलिसकर्मियों को जेल भेजा जा रहा है. हत्यारोपी की पत्नी सीमा को गिरफ्तार कर लिया गया है.


7 पुलिसकर्मियों को भेजा गया जेल


मुख्य आरक्षी स्थानीय अभिसूचना इकाई विजय सिंह, मुख्य आरक्षी रमाकांत उपाध्याय, सिपाही सत्यवीर सिंह, सिपाही स्थानीय अभिसूचना इकाई दिलीप कुमार, महिला सिपाहीकुसुम चाहर, सिपाही प्रदीप राजा, सिपाही योगेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर सभी को जेल भेजा गया है.


10 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
इसके अलावा इंस्पेक्टर न्यायालय सुरक्षा मुकेश मलिक, इंस्पेक्टर सदर हवालात विजय कुमार गौतम, सब इंस्पेक्टर सदर हवालात अजय प्रताप सिंह को सस्पेंड किया गया है. इनकी विभागीय जांच शुरू करा दी गई है.



बता दें हत्यारोपी मनीष को आज जेल से पेशी पर लाया गया था. उस पर 2012 में अपने मां बाप और भाई की हत्या करने का आरोप है. 


एडीजे 4 न्यायालय में पेशी के दौरान मनीष को पैर में कैसे लगी गोली यह गुत्थी उलझी हुई है. अगर मनीष को गोली मारी गई तो मारने वाला आरोपी तमंचा लेकर कोर्ट परिसर में कैसे पहुंचा? यदि मनीष के पास तमंचा पहले से था तो वह किसकी हत्या करना चाहता था? उधर हत्यारोपी मनीष प्रिंस नाम के व्यक्ति पर गोली मारने का आरोप लगा रहा है.