शक्तिशाली भारत के निर्माण को समर्पित मोदी सरकार:अवनीश सिंह

 


*प्रतापगढ़:* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्व प्रधानमंत्रीभारत रत्न अटल  बिहारी बाजपेयी के सपनो का भारत बनाने का अभियान अब जनून बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में अनेकानेक ऐतिहासिक निर्णय से देश और देशवासी अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहे है जो अटल बिहारी बाजपेयी जी का सपना था मगर लोकसभा और राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा  न होने के कारण उनके कार्यकाल में यह वह कार्य नही कर सके थे जिसे आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कर रहे है जिसे अटल जी अपनी जनसभाओं में बोलते थे।आज हम देशवसियो को फक्र है कि नरेन्द्र मोदी जी अटल बिहारी बाजपेयी जी के सपनो के भारत निर्माण के अभियान को आगे बढ़ा रहे है इसके लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की दृष्टि चहु ओर है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का 2 लक्ष्य है प्रथम लक्ष्य भारत को भी अमेरिका चीन जापान  के समानांतर शक्तिशाली राष्ट्र बनाना दूसरा लक्ष्य अपने देश को दुनिया का सबसे सुपर पावर राष्ट्र विश्वगुरु के रूप में स्थापित करना ।लेकिन यह कार्य तभी होगा जब देश के नागरिकों में भी यह सपना यह भावना समर्पण का भाव जागृत हो। सरकार और जनता के बीच मे समन्वय का होना जरूरी है। सरकार जो योजनाएं कार्यक्रम बनाये उसे सहजता के साथ नीचे स्वीकार किया जाय।इसमे सम्भव है कुछ दिनों तक कुछ लोगो को कष्ट का भी सामना करना पड़े।लेकिन जनता को भी यह मानकर  उन निर्णयों को स्वीकार करना चाहिये जैसे हमारे माता पिता बड़े भाई बहन हमे पढ़ने के लिये डाटते है गलत स्वभाव के लोगो के संगत से दूर रहने के लिये कहते है उसी प्रकार से हमारी वर्तमान नरेन्द्र मोदी सरकार है जिसके मुखिया एक संत पुरुष है जो सम्पूर्ण भारतवर्ष को अपना परिवार मानते है जो हर नागरिक के हित के लिये सबके कल्याण के लिये सबके उत्थान के लिये ही सोचतू है चिंतन करते है।हमे इस बात को मानना चाहिये।अब इसी में कुछ वह लोग भी है जो पूर्णतः नकरात्मक सोच के है जो नही मानते तो क्या उनको स्वतन्त्र छोड़ दिया जाय वो गालियां बके, उदण्डता करे अराजकता फैलाये किसी के भी साथ दुर्व्यवहार करे क्या ऐसा करने की छूट आप अपने बच्चों परिवार को दे सकते है यदि नही तो हमारी सरकार रूपी परिवार और उसका तंत्र किसी को कैसे दे सकता है। इसलिये ऐसे लोगो के लिये  सख्त कानून बनाकर दण्ड की व्यवस्था कर समझा-बुझाकर सही करने का काम सरकार और जनता दोनों को करना है।आइये हम सभी देशवासी इस अभियान को आगे बढ़ाए अपने देश को सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करे।क्योकि हमे जो नेतृत्व 1947 में मिलना चाहिए था वह अब 70 सालों के बाद  मिला है। हम काफी लेट हो चुके है, अब भी अगर शंका अविश्वास का भाव मन में पाल कर चलेंगे तो ये घात लगाए बैठे  सीमा पार के दुश्मन अपने मकसद में कामयाब हो जायेगे।आज अगर आप चूक गए इन देशद्रोहियों भ्रष्टाचारियों और गद्दारों के बहकावे में आ गए तो इस देश का फिर से गुलाम  बनना तय है। इस लिये आप देशवसियो के सामने दो ही रास्ते है। एक वह जिससे हमारा देश  सुपर पावर बने यह देखना या फिर से सन 1947 के पीछे और सन 1400 -1500 के मध्यकाल का भारत? या फिर से भारत को  विभाजित होते देखना। यह आप जनता जनार्दन   विचार करो ।और लगता है कि अपने प्रधानमंत्री का रास्ता विकास का रास्ता है तो साथ चलो क्योकि यही वक्त की मांग है यही समय की पुकार है और इसी में हम सभी देशवसियो का हित और कल्याण है।