पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आदम कद प्रतिमा संसद भवन के सेंट्रल हॉल में लगेगी। 16 अगस्त 2018 को पूर्व पीएम का निधन हो गया।
नई दिल्ली : संसद भवन के सेंट्रल हॉल में 12 फरवरी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आदम कद प्रतिमा लगाई जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस प्रतिमा का अनावरण करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि इस मौके पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री एवं विभिन्न दलों के नेता मौजूद रहेंगे।
बता दें कि भाजपा के कद्दावर नेता अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में 13 दिन, फिर 1998-99 में 13 महीने और 1999-2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वाजपयी का लंबी बीमारी के बाद एम्स में 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया।
संसद के सेंट्रल हॉल में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा लगाने का फैसला 18 दिसंबर को संसद की पोरट्रेट कमेटी की बैठक में हुआ। लोकसभा की स्पीकर ने इस बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में डिप्टी स्पीकर एम थम्बी दुरई, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, बीजद के बी माहताब, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, टीआरएस जितेंद्र रेड्डी, शिवसेना के अनंत गीते और भाजपा के सत्यनारायण जटिया शामिल हुए। सभी ने सर्वसम्मति से वाजपेयी की प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया।
सेंट्रल हॉल में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की प्रतिमाएं पहले से ही लगी हुई हैं। वाजपेयी के निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का अवसान हो गया। सभी दलों के नेता वाजपेयी को पसंद करते थे। शायद ही कोई ऐसा नेता है जो वाजपेयी के व्यक्तित्व से प्रभावित न हुआ हो। वाजपेयी एक कुशल वक्ता होने के साथ-साथ एक अच्छे कवि भी थे।