- सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक हुई
- बैठक के बाद जेटली ने कहा- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक को अलग-थलग किया जाएगा
- अब तक 37 शहीदों की शिनाख्त हुई, धमाका इतना ताकतवर था कि बाकी शवों को पहचानना मुश्किल
- मोदी की मध्यप्रदेश के इटारसी और धार में होने वाली रैलियां रद्द की गईं
नई दिल्ली. पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद कैबिनेट की सुरक्षा संबंधी समिति की (सीसीएस) शुक्रवार सुबह अहम बैठक हुई। इसमें पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा वापस लेने का फैसला लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पड़ोसी देश और आतंकी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। गुनहगारों को सजा जरूर मिलेगी। सुरक्षा बलों को पूरी स्वतंत्रता दे दी गई है। वित्त मंत्री का पदभार दोबारा संभाल चुके अरुण जेटली ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा कि जो भी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
कैबिनेट समिति की बैठक में फैसला- पाक को अलग-थलग किया जाएगा
- अरुण जेटली ने कहा, "पुलवामा में कल जो हमला हुआ उसमें जवानों की शहादत पर कैबिनेट कमेटी ने दो मिनट का मौन रखा। सीआरपीएफ जल्द ही शहीद जवानों के पार्थिव शरीर उनके परिवारों तक पहुंचाएगी। कुछ चीजें हैं जिनपर सीसीएस में चर्चा हुई। हम आपको उसकी जानकारी नहीं दे सकते। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करेंगे।
- इस आतंकी हमले में जिनका हाथ है, जल्द ही सबूतों के बल पर उनके किरदार को दुनिया के सामने लाएंगे।
- कश्मीर की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल सभी कदम उठा रहे है। जो भी इस घृणित हमले में शामिल हैं, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
- राजनाथ सिंह आज श्रीनगर जा रहे हैं। उनके लौटने के बाद हम ऑल पार्टी मीटिंग बुलाएंगे ताकि मामले पर चर्चा की जा सके।
- 1986 में भारत ने यूएन में एक प्रस्ताव भेजा था जो पारित नहीं हुआ,क्योंकि उसमें आतंकवाद की परिभाषा साफ नहीं है। हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस प्रस्ताव पारित कराने की कोशिश करेंगे।