जौनपुर के लाल की श्रीनगर बॉर्डर पर मौत, घर पहुंचा शव तो नम हुई हर आंखें*
जौनपुर- बक्शा थाना क्षेत्र के महरापुर कलीचाबाद गांव निवासी सीआरपीएफ जवान रविन्द्र कुमार (48) की ब्रेन हैमरेज से सोमवार को मौत हो गई। वे 118वीं वाहिनी में तैनात थे। मंगलवार की रात करीब नौ बजे उनका पार्थिव शरीर आवास पर पहुंचा। उनके शव को देख परिजन में हाहाकार मच गया। राजकीय सम्मान के साथ जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
सेना में सहायक कमांडेंट रविन्द्र कुमार गांदरबल ज़िला अंतर्गत श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गुंड में तैनात थे। शिविर में अचानक ही वे बीमार हो गए। उनकी नाक से खून बहने लगा और वह अचेत होकर नीचे गिर पड़े। जवानों ने तत्काल उन्हें निकटवर्ती अस्पताल ले गए जहां उनकी कुछ ही देर में मृत्यु हो गई। घटना की सूचना परिजनों को हुई तो हाहाकार मच गया। मृतक जवान के बड़े भाई ज्ञानपुर भदोही में वरिष्ठ नेत्र परामर्श दाता डॉ. महेन्द्र कुमार ने बताया कि भाई रविन्द्र 2000 में भर्ती हुए। करीब दो वर्ष से कश्मीर में तैनात थे।
26 व 27 जनवरी को अंतिम बार फोन पर बात हुई थी। फरवरी में आने की बात कह वह अपनी पत्नी सुनीता रानी व परिजन से बात की। दूसरे भाई राजेन्द्र प्रसाद महोबा में सीनियर एसपीओ के पद पर कार्यरत हैं। तीसरे भाई की दुर्घटना में मौत हो चुकी है। जबकि पांचवे भाई जितेन्द्र कुमार जनपद में सिंचाई विभाग एवं छठे भाई हरिंद्र कुमार अधिवक्ता हैं। रविन्द्र की शादी वर्ष 2003 में सुनीता रानी से हुई थी। सुनीता को मात्र दो पुत्रियां अंशिका 10 वर्ष एवं ऋषिका 6 वर्ष जो घटना से अनभिज्ञ हैं। पत्नी सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है। मौत की ख़बर सुन आसपास के गांव के लोग भी सांत्वना देने पहुंचे।